जिला के बारे में
कोरबा जिला को 25 मई सन 1998 में प्रभावी पूर्ण राजस्व जिले का दर्जा प्राप्त हुआ| जिसका मुख्यालय कोरबा शहर में है, जो कि हसदेव और अहिरन नदी के संगम के किनारे स्थित है। कोरबा छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी भी है । कोरबा जिला बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है। कोरबा जिला मुख्यालय राजधानी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर दुरी पर स्तिथ है।
परिचय
कोरबा नवगठित जिला है जो की छत्तीसगढ़ की ऊर्जाधानी के नाम से प्रसिद्ध भी है। कोरबा जिला, बिलासपुर संभाग के अंतर्गत आता है,यहाँ मुख्य रूप से संरक्षित आदिवासी जनजाति कोरवा (पहाडी कोरवा) निवास करते हैं। कोरबा जिला चारों ओर से हरे भरे वनो से लाभान्वित हैं , यहाँ आदिवासियों की एक बड़ी जनसंख्या पायी जाती हैं। यहा के आदिवासी वन क्षेत्र में पर्यावरण के साथ रहना पसंद करते हैं जिसके कारण उन्होंने अपनी विशिष्ट सांस्कृतिक विशेषताओं और पारंपरिक प्रथाओं को बरकरार रखा है।
विशेष | विवरण |
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अक्षांश | 22°01′ से 23°01′ उत्तर |
देशांतर | 82°07′ से 83°07′ पूर्व |
सागर स्तर से ऊंचाई | 304.8 मीटर |
छत्तीसगढ़ राज्य में कोरबा जिला उत्तर की ओर स्थित है जो, कोरिया,सरगुजा,बिलासपुर,जांजगीर,रायगढ़ जिलों से घिरा हुआ है। कोरबा जिला मुख्यालय राजधानी रायपुर से लगभग 200 किलोमीटर दुरी पर स्तिथ है। कोरबा जिले का कुल क्षेत्रफल 7,14,544 हेक्टेयर है जिसमें से 2,83,497 हेक्टेयर वन भूमि है,जो की कुल क्षेत्रफल का लगभग 40 प्रतिशत है|
जलवायु
कोरबा जिला गर्म शीतोष्ण जलवायु क्षेत्र के अंतर्गत आता है जिसके कारण जिले में बहुत गर्मी और सूखा रहता है। गर्मी का मौसम अप्रैल से मध्य जून तक शुरू होता है, दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण यहाँ बरसात का मौसम जून के मध्य से सितंबर के अंत रहता है। जिले में औसत वर्षा 1506.7 मिमी है, और सामान्य वर्षा 1287.6 मिमी है।
नदी और वन
कोरबा जिले के मुख्य नदी हसदेव है ,जो कोरबा जिले के मध्य से बहती है, जिसका उद्गम छोटा नागपुर की घाटी से है। इस नदी की कुल लंबाई 233 कि.मी. है इसकी सहायक नदियां गेजकोराई, टैन और अहिरन हैं|
कोरबा के सामाजिक और वित्तीय संरचना में वनो की महत्वपूर्ण भूमिका हैं। यह जिला वनो उपज में पूरी तरह समृद्ध है, वन विभाग की दो मण्डल कोरबा और कटघोरा कोरबा जिले के अंतर्गत आते हैं।
निवास
कोरबा जिले में विभिन्न धार्मिक,सामाजिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि के लोग निवास करते हैं। यहाँ की मुख्य निवासी आदिवासी हैं जो की कुल जनसंख्या आबादी का 51.67% है। कोरबा जिले में मुख्य अनुसूचित जनजातियां निम्नलिखित है जैसे :- पहाडी कोरवा, गोंड, राज गोंड, कवर, भैयाना, बिन्जवार, धनुहर आदि हैं। अनुसूचित जाति के अंतर्गत- सतीनाम, गंगा, पंक आदि आते हैं। इस जिले का मुख्य व्यवसाय कृषि है एवं स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी है। सामाजिक और सांस्कृतिक विविधता के कारण कोरबा जिले की संस्कृति बहुत प्रसिद्ध है। इस जिले के लोग मुख्य रूप से होली, दशहरा, क्रिसमस और दिवाली त्यौहार मनाते हैं। यहाँ मुख्य आदिवासी त्योहारों में देव उथनी, पोला, छेरछेरा, करमा,हरेली आदि त्यौहार अच्छे से मनाये जाते हैं। यहाँ के आदिवासियों द्वारा रावत नाचा,करमा नाचा,सुवा नाचा इत्यादि आदिवासी नृत्य को हर्षोउल्लास के साथ किया जाता हैं।